मैंने तो सब सच ही कहा
लेकिन उन्हें यकीं ना आया
लगा दिया इलज़ाम ही उल्टा
बोले ये सब कहॉ चुराया
आंखों में आंसू जो देखे
बोले ये घड़ियाली हैं
उन अश्कों को क्या बोलेंगे
दिल जो अब तक रोता आया
मन ही मन में मैंने सोचा
इनका नही कुसूर है ये
मेरे सच के साथ हमेशा
यही तो अब तक होता आया
लेकिन उन्हें यकीं ना आया
लगा दिया इलज़ाम ही उल्टा
बोले ये सब कहॉ चुराया
आंखों में आंसू जो देखे
बोले ये घड़ियाली हैं
उन अश्कों को क्या बोलेंगे
दिल जो अब तक रोता आया
मन ही मन में मैंने सोचा
इनका नही कुसूर है ये
मेरे सच के साथ हमेशा
यही तो अब तक होता आया
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